( Anna Bhandaran Yojana Kya hai in Hindi 2023 | अन्न भंडारण योजना | Grain Storage Scheme Details | लाभ एवं विशेषताएं | खाद्य भंडारण स्कीम | बजट )
ग्रेन स्टोरेज स्कीम क्या है: दोस्तों भारत एक कृषि प्रधान देश है। जहां पर हर वर्ष लाखों टन अनाज उत्पादन होता है। अनाज का उत्पादन होते ही उनका स्टोरेज करने का प्रश्न भारत में बहुत जटिल था। क्योंकि अनाज का स्टोरेज ना होने की वजह से हर साल बहुत सारे अनाज की बर्बादी हो जाती थी। किन्तु हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित कैबिनेट बैठक के दौरान विश्व की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना को मजबूरी प्रदान की गई है। अब भारत में अन्न भंडारण की समस्या का समाधान मिल गया है।
दोस्तों आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको Anna Bhandaran Yojana यानी की Grain Storage Scheme के बारे में ए टू जेड जानकारी प्रदान करेंगे। जैसे कि इस योजना से आम लोगों को क्या फायदा होगा? और सरकार को भी क्या फायदा होने वाला है? तो हमारा आपसे यह निवेदन है कि इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

अन्न भंडारण योजना क्या है? (Anna Bhandaran Yojana Kya hai in Hindi 2023)
अन्न भंडारण योजना को 31 मई के दिन ही आयोजित कैबिनेट बैठक के दौरान मंजूरी प्रदान की गई है। जिसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया के सामने रखी है। इस योजना के माध्यम से देश के सभी ब्लॉकों में 2000 टन की क्षमता वाले गोदाम (Godown) बनाए जाएंगे। इसके लिए भारत सरकार द्वारा 1 लाख करोड रुपए का बजट भी निर्धारित किया है। ताकि भारत देश में ब्लॉक स्तर पर अनाज भंडारण के लिए स्टोर हाउस यानी कि गोदाम बनाया जा सके। इसकी वजह से आने वाले समय में अनाज का संग्रह करना भारत सरकार के लिए आसान हो जाएगा।
Anna Bhandaran Scheme 2023 के कारण आने वाले पांच वर्षों के भीतर भारत में 700 लाख टन अनाज संग्रह करने की कैपेसिटी बढ़ जाएगी। फिलहाल भारत देश में 1450 लाख टन अनाज स्टोरेज की कैपेसिटी है। जो की आने वाले 5 सालों के भीतर 700 लाख टन अनाज स्टोरेज कैपेसिटी बढ़ाने की वजह से कुल 2150 लाख टन अनाज संग्रह करने की कैपेसिटी भारत की होने वाली है। इसीलिए अनाज भंडारण योजना को विश्व की सबसे बड़ी भंडारण योजना कहा गया है।
Quick Look – Grain Storage Scheme in Hindi
योजना का नाम | अन्न भंडारण योजना |
कब शुरू हुई | 31 मई, 2023 के दिन |
उद्देश्य | अनाज स्टोरेज की कैपेसिटी को बढ़ाना |
लाभार्थी | भारत देश के नागरिक |
योजना का बजट | 1 लाख करोड़ रुपए |
आधिकारिक वेबसाइट | अभी शुरू नहीं हुई |
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अनाज भंडारण योजना का उद्देश्य (Objective)
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो भारत में कुल 3100 लाख टन अनाज का उत्पादन हर वर्ष होता है। जिसमें से लगभग 1500 लाख टन अनाज का स्टोरेज ही गोदामों में किया जाता है। यानी कि लगभग 47% अनाज का स्टोरेज ही संभव हो सकता था। बाकी का अनाज स्टोरेज कैपेसिटी ना होने की वजह से किसी न किसी कारण की वजह से बर्बाद हो जाता था। किंतु अब अन्न भंडारण योजना के चलते अन्न का संग्रह गोदामों में संभव हो सकेगा। इसीलिए Anna Bhandaran Yojana का मुख्य उद्देश्य भारत में उत्पादन होने वाले अनाज को संग्रह करना और उसे सुरक्षित रखना है।
योजना के संचालन हेतु टीम गठित की जाएगी
दोस्तों हम समझते हैं कि किस कितनी मेहनत करके फसलों का उत्पादन करता है। किंतु अगर वही अन्न स्टोरेज कैपेसिटी ना होने की वजह से बर्बाद हो जाता है तो सभी को बुरा लगता है। ऐसे में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि अन्न भंडारण योजना का संचालन अच्छी तरीके से हो और सभी ब्लॉक स्तर पर गोदाम बनाने के लिए एक टीम का गठन किया जाएगा। जिसके माध्यम से अलग-अलग ब्लॉक में तैयार हो रहे गोदामों की निगरानी की जाएगी।
भारत सरकार द्वारा क्षय रोगियों की मदद करने हेतु निक्षय मित्र योजना की शुरुआत की गई है। जिसकी अधिक जानकारी के लिए योजना की लिंक पर क्लिक करें।
Anna Bhandaran Yojana Benefits (लाभ)
- Anna Bhandaran Scheme के शुरू होते ही अब अनाज को स्टोर करने की क्षमता में बढ़ोतरी हो सकेंगी।
- अनाज को कीड़ों से सुरक्षा मिलेगी।
- अनाज भंडारण योजना के कारण ब्लॉक स्तर पर गोदाम बनने से खाद्यान की पहुंच आसानी से हो सकेगी।
- अब तक जो स्टोरेज क्षमता ना होने की वजह से अन्न की बर्बादी होती थी उस पर अब अंकुश लगेगा।
- भारत को अब तक जो अनाज का आयात करना पड़ता था उसमे भी Grain Storage Yojana की वजह से लाभ प्राप्त होगा।
- ब्लॉक स्तर पर 2000 टन की क्षमता वाले गोडाउन यानी की गोदाम बनने से ट्रांसपोर्ट का खर्चा भी ज्यादा नहीं लगेगा।
- इसके अलावा Anaj Bhandaran Yojana के चलते अब गोदामों के रखरखाव के लिए मैन पावर की जरूरत पड़ने से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे।
- इस योजना का सफल संचालन करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा 1 लाख करोड़ रुपए का बजट भी निर्धारित किया जा चुका है।
- कम अंतर पर गोदाम की व्यवस्था होने से किसानों की ढुलाई में आने वाले खर्च में भी कमी आएगी।
- World’s largest Anna Bhandaran Yojana से आने वाले 5 सालों के भीतर स्टोरेज क्षमता 700 लाख टन बढ़ने से अब भारत में अन्न स्टोरेज क्षमता 2150 लाख टन हो जाएगी।
- दोस्तों अगर भविष्य में कोरोना जैसे भयंकर बीमारी आ जाती है तो उसमे भी अनाज संग्रह होने से भारत में अन्न की कटौती का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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FAQs: World Largest Grain Storage Scheme 2023
प्रश्न: अनाज भंडारण योजना क्या है?
उत्तर: इस योजना को केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया है। जिसके तहत अनाज स्टोरेज की क्षमता को बढ़ाने के लिए ब्लॉक स्तर पर गोदाम बनाए जाएंगे। जिसके कारण भारत में अन्न स्टोरेज कैपेसिटी बढ़ेगी।
प्रश्न: अन्न भंडारण योजना का बजट कितना है?
उत्तर: 1 लाख करोड़ रुपए
प्रश्न: क्या अन्न भंडारण योजना से भारत को अनाज आयात करने की जरूरत नहीं पड़ेगी?
उत्तर: जी हा। यदि इस योजना को अच्छी तरह से चलाया जाता है तो आने वाले समय में ऐसा हो सकता है को भारत को अन्न आयात (Grain Import) करने की जरूरत ही ना रहे।
प्रश्न: ग्रेन स्टोरेज योजना के तहत ब्लॉक स्तर पर कितनी क्षमता वाले गोदाम बनाए जाएंगे?
उत्तर: 2000 टन क्षमता वाले गोदाम बनाए जाएंगे।