( Pashu Sakhi Yojana Uttarakhand Online Apply 2023 | उत्तराखंड पशु सखी योजना | उत्तराखंड में शुरू हुआ पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम | Official Website | हेल्पलाइन नंबर | पशु सखी की चयन प्रक्रिया | पशु सखी के कार्य एवं मासिक वेतन की जानकारी | पशु सखी के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया | लाभ एवं विशेषताएं )
Uttarakhand Pashu Sakhi Prashikshan Karyakram 2023: दोस्तों राज्य सरकारें तो पशुपालकों के लिए नई-नई सरकारी योजना शुरू करती रहती है। किंतु पशुपालकों को सरकारी योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी ना होने की वजह से वह सरकारी योजना के लाभ से वंचित रह जाते हैं। इस कड़ी को पूरा करने हेतु उत्तराखंड सरकार द्वारा एक नई सरकारी योजना की शुरुआत की गई है जिसका नाम उत्तराखंड पशु सखी योजना है। उत्तराखंड सरकार इस योजना के माध्यम से पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगी जिसके अंतर्गत प्रदेश की महिलाओं को Pashu Sakhi के तौर पर नियुक्त किया जाएगा।
अगर आप भी उत्तराखंड के किसान एवं पशुपालक है तो आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी होगा कि Pashu Sakhi Yojana Kya hai? इसलिए ही हमने इस लेख को आपके लिए बनाया है। ताकि आप इस योजना से जुड़ी हर एक जानकारी से अवगत हो सकें। तो हमारा आपसे यह नम्र निवेदन है कि Pashu Sakhi Yojana Uttarakhand के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस लेख को अवश्य पूरा पढ़ें।
पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम क्या है? (Pashu Sakhi Prashikshan Karyakram in Hindi)
दोस्तों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 13 अप्रैल के दिन पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम को लॉन्च किया है। उन्होंने बताया कि Uttarakhand Pashu Sakhi Prashikshan Karyakram 2023 के अंतर्गत प्रदेश की महिलाओं को पशु सखी के तौर पर नियुक्त की जाएगी। जो प्रदेश के पशुपालक और पशुपालन विभाग के बीच संयोजन का काम करेंगी। ताकि सरकार को भी यह मालूम हो सके कि असल में पशुपालकों की जरूरत क्या है और पशुपालकों को भी पशु सखी के माध्यम से सहायता प्राप्त हो सके। आपकी जानकारी के लिए बता देना चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर और मध्यप्रदेश के पश्चात उत्तराखंड देश का तीसरा ऐसा राज्य बन चुका है जो प्रदेश में पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम को शुरू करने जा रहा है।
पशु सखी योजना क्या है? (Pashu Sakhi Yojana Uttarakhand in Hindi)
प्यारे दोस्तों, आपको यह तो मालूम हो गया कि उत्तराखंड में पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम क्या है। इस कार्यक्रम को चलाने के लिए उत्तराखंड राज्य सरकार पशु सखी का चयन करेगी। इस चयन प्रक्रिया को ही वास्तव में लाने के लिए पशु सखी योजना शुरू की गई है। दूसरे शब्दों में बताएं तो पशु सखी योजना के माध्यम से ही पशु सखी बनाई जाएगी जो प्रदेश के पशुपालकों को विविध विषयों में सहायता प्रदान करेंगी। Pashu Sakhi Scheme के कारण प्रदेश की महिलाएं जो पशु सखी के तौर पर कार्य करेगी वह आत्मनिर्भर व सशक्त भी बन सकेगी।
Quick Look – पशु सखी योजना
योजना का नाम | Pashu Sakhi Yojana |
शुरू की गई | मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा |
कब शुरू हुई | 13 अप्रैल के दिन |
वर्ष | 2023 |
राज्य | उत्तराखंड |
उद्देश्य | पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करना और उसके माध्यम से महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाना |
लाभार्थी | राज्य की महिलाएं एवं पशुपालक |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द शुरू होगी |
टेलीग्राम चैनल | यहां क्लिक करें |
ध्यान दें: केंद्र सरकार द्वारा महिलाओ को सेल्फ हेल्प ग्रुप से जोड़ने के लिए “संगठन से समृद्धि” अभियान शुरू किया है। जिसके बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
पशु सखी योजना उत्तराखंड का उद्देश्य (Objective)
दोस्तों उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू की गई Pashu Sakhi Yojana का एकमात्र उद्देश्य यही है कि प्रदेश के पशुपालकों को पशुपालन के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्रदान की जाए और साथ ही साथ प्रदेश की महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाया जाए। इसके कारण पशुपालकों की आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी और जाहिर सी बात है कि प्रदेश की महिलाएं आत्मनिर्भर व सशक्त होंगी तो प्रदेश भी आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकेगा। यह संकल्प सिद्ध करने हेतु उत्तराखंड सरकार बहुत जल्द ही पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने वाली है।
पशु सखी को कितना मासिक वेतन मिलेगा?
जो भी महिलाएं पशु सखी के लिए आवेदन करना चाहती है उन्हें यह जानना जरूरी होगा कि मासिक वेतन कितना प्राप्त होगा? इसकी जानकारी हम आपको देने जाए तो मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) अंतर्गत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिला सदस्यों को भारत सरकार द्वारा जो मानदेय प्रदान किया जाता है उतना ही मानदेय उत्तराखंड में पशु सखी योजना के तहत महिलाओं को प्रदान किया जाएगा।
उत्तराखंड में पशु सखी का कार्य क्या होगा?
उत्तराखंड में पशु सखी के कार्यों की सूची नीचे दी गई है।
- पशु सखी जब अपना प्रशिक्षण पूर्ण करने की उसके पश्चात उनका कार्य प्रदेश के पशुपालन विभाग और प्रदेश के पशुपालकों के बीच रहकर कड़ी बनना है। यानी कि पशुपालन विभाग और पशुपालकों के बीच का रास्ता पशु सखी बनेगी।
- पशु सखी द्वारा पशुपालकों को उत्तराखंड सरकार की पशुपालन विभाग की सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाएगी।
- इसके अलावा पशु सखी प्रदेश के पशुपालकों के पास पशुधन कितना है इसका रिकॉर्ड समय-समय पर पशुपालन विभाग में अपडेट करेंगी और पशु चिकित्सकों को भी जानकारी देगी।
- दोस्तों कभी कबार पशुपालकों को पशु चारा के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसीलिए पशु सखी पशुपालकों को पशु चारा के उत्पादन के लिए भी उत्साहित करेगी।
- दोस्तों जब पशुओं को छोटी मोटी बीमारी लगती है तब उन्हें असल में पशु चिकित्सक की जरूरत नहीं होती। इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार द्वारा पशु सखी को फर्स्ट एड किट (First Aid Kit) भी प्रदान की जाएगी ताकि वह पशुओं का प्राथमिक इलाज कर सकें।
- पशु सखी का एक और कार्य यह भी है कि वह पशुपालकों को दूध उत्पादन में बढ़ोतरी करने के सुझाव भी दें। ताकि पशुपालकों की आर्थिक परिस्थिति को सुधारा जा सके।
Pashu Sakhi Yojana Uttarakhand के लाभ एवं विशेषताएं
- उत्तराखंड राज्य की महिलाओं को पशु सखी के तौर पर नियुक्त किया जाएगा। ताकि वह आत्मनिर्भर हो सके।
- जो भी महिलाएं पशु सखी के तौर पर कार्य करना चाहती है उन्हें सरकार द्वारा पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा।
- जैसे ही पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा हो जाता है उसके पश्चात जब महिला पशु सखी का कार्य करने लगती है तब सरकार द्वारा उन्हें निश्चित मानदेय भी प्रदान किया जाएगा।
- इसके कारण देश की महिलाओं को दूसरे पर रखनी पड़ती निर्भरता से मुक्ति मिल सकेगी।
- आपकी जानकारी के लिए बता देना चाहते हैं कि उत्तराखंड पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत पशु सखी को निशुल्क ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।
- पशु सखी योजना के कारण प्रदेश के पशुपालकों को समय पर सुझाव, सरकारी योजना एवं प्राथमिक चिकित्सकीय सुविधा मिल सकेगी।
- पशु सखी द्वारा पशुपालकों को चारा उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जिसकी वजह से पशुपालन के दूध उत्पादन में बढ़ोतरी हो सकेगी।
- इस वजह से प्रदेश के पशुपालकों भी आत्मनिर्भर व सशक्त बन सकेंगे।
पशु सखी योजना में पात्रता के नियम
- पशु सखी के लिए उत्तराखंड की मूल निवासी महिला को ही सिलेक्ट किया जाएगा।
- पशु सखी द्वारा कम से कम आठवीं कक्षा पास की हुई होनी चाहिए।
- पशु सखी के पास थोड़ा बहुत पशुपालन का अनुभव होना जरूरी है।
- पशु सखी की आयु न्यूनतम 18 वर्ष तो होनी ही चाहिए।
- आवेदक महिला का बैंक में खाता होना अनिवार्य है।
- अब तक महिला को यह ध्यान में रखना होगा कि इस योजना के अंतर्गत दी जाने वाली ट्रेनिंग राज्य में भी हो सकती है या राज्य के बाहर भी आयोजित की जा सकती है।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
- आवेदक का आधार कार्ड:- अगर आप इस योजना के तहत आवेदन करना चाहती है तो आईडी प्रूफ के तौर पर आधार कार्ड देना अनिवार्य होगा।
- शिक्षा का प्रमाण पत्र:- आपने कितनी कक्षा तक पढ़ाई की है उसका प्रमाण पत्र भी देना अनिवार्य है।
- बैंक खाता:- जब आप पशु सखी बन जाएगी तब पशु सखी योजना उत्तराखंड के अंतर्गत आपको जो मासिक वेतन मिलेगा वह आपके बैंक खाते में जमा किया जाएगा इसलिए आपके बैंक खाते की पासबुक की कॉपी देनी अनिवार्य है।
- मूल निवास प्रमाण पत्र:- मूल निवास इसलिए जरूरी है ताकि इस योजना के अंतर्गत सबसे पहली प्राथमिकता उत्तराखंड की महिलाओं को प्रदान की जाए।
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
Pashu Sakhi Yojana Official Website
दोस्तों फिलहाल तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इस योजना की मात्र घोषणा की गई है किंतु बहुत जल्द ही उत्तराखंड सरकार द्वारा इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट शुरू की जा सकती है। इसके बारे में अपने आपको इसी लेख के माध्यम से बहुत जल्द ही प्राप्त हो जाएगा।
उत्तराखंड पशु सखी योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें? (Pashu Sakhi Yojana Online Apply/Registration)
जो भी महिला पशु सखी योजना में आवेदन करके पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत ट्रेनिंग प्राप्त करना चाहती है उन्हें अभी थोड़ा सा इंतजार करना होगा क्योंकि उत्तराखंड सरकार द्वारा इस योजना को हाल ही में लॉन्च किया गया है इसीलिए फिलहाल इस योजना के तहत जैसे कि हमने आपको पहले ही बताया कि आधिकारिक वेबसाइट को अभी शुरू नहीं किया। किंतु आप बेफिक्र रहें क्योंकि जब भी अधिकारी वेबसाइट को शुरू किया जाएगा तुरंत ही इस वेबसाइट के माध्यम से सबसे पहले अपडेट करेंगे।
Pashu Sakhi Yojana Application Form
दोस्तों जब उत्तराखंड सरकार द्वारा आधिकारिक वेबसाइट शुरू की जाएगी तब हम आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ इसी लेख के माध्यम से पशु सखी योजना आवेदन फॉर्म आप कहां से प्राप्त कर सकेंगे उसकी जानकारी भी प्रदान करेंगे।
पशु सखी योजना हेल्पलाइन नंबर
दोस्तों हमने आपको पशु सखी योजना के बारे में जितनी भी जानकारी सरकार द्वारा जारी की गई थी वह सभी विस्तृत से प्रदान की है अगर आप फिर भी इस योजना से जुड़ी अधिक जानकारी या फिर किसी भी शिकायत का समाधान प्राप्त करना चाहते हैं तो जब भी सरकार द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा तुरंत ही हम आपको इस लेख के माध्यम से साझा करेंगे।
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- एकल महिला स्वरोजगार योजना
- सीएम निशुल्क गैस रिफिल योजना
- रेशम कीट बीमा योजना
- लखपति दीदी योजना
- मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना
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FAQs: Pashu Sakhi Scheme 2023
प्रश्न: Pashu Sakhi Yojana Kya hai?
उत्तर: इस योजना को उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू किया जा रहा है इसके अंतर्गत पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश की महिलाओं को ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी ताकि वह पशुपालन विभाग और पशुपालकों के बीच संयोजन का काम कर सके। इसके लिए उन्हें निश्चित मानदेय भी प्रदान किया जाएगा। इस योजना की अधिक जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से मिल जाएगी।
प्रश्न: उत्तराखंड में पशु सखी की मासिक सैलरी क्या होगी?
उत्तर: दोस्तों राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत सरकार स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को कितना मानदेय देती है उतना ही मानदेय पशु सखी को दिया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अनुमानित ₹12000 के आसपास प्रदान की जा सकती है।
प्रश्न: पशु सखी बनने के लिए आवेदन कैसे करें?
उत्तर: आवेदन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट को उत्तराखंड सरकार द्वारा बहुत जल्द शुरू किया जाएगा। तब आपको इस वेबसाइट के माध्यम से सबसे पहले आवेदन करने की जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी।
प्रश्न: पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम किस राज्य में शुरू किया गया है?
उत्तर: दोस्तों यह कार्यक्रम की शुरुआत मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर के पश्चात अब उत्तराखंड में भी शुरू किया गया है।
प्रश्न: क्या पशु सखी के लिए पशुपालन का अनुभव होना जरूरी है?
उत्तर: जी हां, बिलकुल।