हिमाचल प्रदेश गोबर खरीद योजना 2024 में होगी शुरू | HP Gobar Kharid Yojana Apply Online

(Himachal Pradesh Gobar Kharid Yojana Registration 2024 | गोबर खरीद योजना क्या है | Amount | Cow dung Selling in Himachal | गोबर की कीमत | Price of Cow Dung in HP | लाभ और विशेषताएं | आधिकारिक वेबसाइट | हेल्पलाइन नंबर)

Gobar Kharid Scheme in Himachal 2024: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किसानों और पशुपालकों से गोबर की खरीद करने के लिए एक नई सरकारी योजना शुरू करने का ऐलान कर दिया है। इसलिए बहुत जल्द ही इस योजना को अमल में लाने की तैयारी शुरू की जा चुकी है। आपको बताना चाहते है की गोबर खरीद योजना एक प्रकार से चुनावी वादा है जो की चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी द्वारा किया गया था।

तो आइए आज इस लेख के माध्यम से हम आपको यह बताते है कि किस प्रकार आप भी इस योजना का लाभ उठाकर अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे और सरकार को अपनी गाय और भैंस का गोबर बेच सकते है। इसके अलावा हम आपको गोबर की कीमत के बारे में भी जानकारी देने वाले है।

Join whatsapp group Join Now
Join Telegram group Join Now
HP Gobar Kharid Yojana Apply Online | हिमाचल प्रदेश गोबर खरीद योजना क्या है

हिमाचल प्रदेश गोबर खरीद योजना क्या है? (HP Gobar Kharid Yojana in Hindi 2024)

जब से हिमाचल में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कांग्रेस सरकार बनी है तभी से वह किसने और पशुपालकों के लिए नवीनतम सरकारी योजनाओं का ऐलान कर रहे हैं ताकि वह भी अपनी आय को दो गुना कर सके। इसका उत्कृष्ट उदाहरण दूध के खरीद मूल्य में छह रुपए की बढ़ोतरी करके सरकार ने दिया है। कुछ इसी प्रकार गोबर खरीद योजना हिमाचल प्रदेश के तहत भी अब तक जो भी किसान और पशुपालक केवल अपनी गाय और भैंस से दूध की आमदनी ही प्राप्त कर सकते थे वह अब गोबर बीच के भी पैसे कमा सकेंगे। इस योजना को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा जनवरी 2024 के पहले हफ्ते से ही धरातल पर लाया जाएगा।

Key Points: Gobar Kharid Scheme

योजना का नामगोबर खरीद योजना
घोषित की गईमुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा
कब ऐलान हुआ11 दिसंबर, 2023
राज्यहिमाचल प्रदेश
कब शुरू होगीजनवरी, 2024 से
लाभार्थीकिसान और पशुपालक
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन/ऑफलाइन
Official Websiteजल्द शुरू होगी
Helpline Numberअभी जारी नहीं हुआ

2 रुपए में खरीदा जाएगा गोबर

जनवरी 2024 से ही सरकार द्वारा चुनिंदा किसानों और पशुपालकों से ₹2 प्रति किलो के हिसाब से गोबर खरीदने की शुरुआत करने वाली है। इतना ही नहीं बल्कि इन किसानों को हिमाचल प्रदेश की अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रदान की जाएगी ताकि वह उस योजनाओं का भी लाभ उठा सके। पहले जो किसान अपनी गाय और भैंस का गोबर वेस्ट के तौर पर लेते थे वह अब उनसे भी कमाई कर सकेंगे और अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकेंगे।

गोबर खरीद योजना का उद्देश्य क्या है?

सरकार द्वारा शुरू की जाने वाली इस योजना का प्राथमिक लक्ष्य तो किसानों और पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है। इस योजना को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शुरू की गई गोधन न्याय योजना के मॉडल पर शुरू किया जा रहा है। सरकार किसानों से खरीदे गए गोबर का स्टोर करेगी और उस गोबर का उपयोग वह विभिन्न प्रकार के जैविक उत्पाद बनाने के लिए करने वाली है। जिससे प्रदेश में बेरोजगारों को रोजगार का नया अवसर भी प्राप्त होगा और साथ ही साथ पशुपालक को भी आर्थिक लाभ प्राप्त होगा।

गोबर की खरीद योजना में किस प्रकार से होगा किसानों का चयन?

  • सबसे पहले तो सरकार द्वारा ही पशुपालन विभाग और कृषि विभाग के दो अधिकारी को प्रत्येक ब्लॉक पर नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किए जाएंगे।
  • उसके पश्चात सभी ब्लॉक से 250 किसानों को पंजीकृत किए जाएंगे जो की पशुपालन का व्यवसाय करते होंगे।
  • इस तरह से अलग-अलग ब्लॉक से सरकार द्वारा नियुक्त किए गए अधिकारियों द्वारा क्लस्टर बनाए जाएंगे।
  • इन क्लस्टर में छोटे, सीमांत और प्रगतिशील किसानों को भी जोड़ा जाएगा।
  • इन किसानों को गोबर खरीद योजना से जुड़ी अन्य जानकारी के साथ-साथ मुर्गी पालन और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी जानकारी से भी अवगत कराया जाएगा।

HP Gobar Kharid Yojana के मुख्य लाभ और विशेषताएं

  • अब तक गोबर से गांव और शहरों में जो प्रदूषण फैलता था उसमें कमी लाने में गोबर खरीद योजना एक महत्वपूर्ण भूमिका दिखने वाली है।
  • अब तक किसान और पशुपालन केवल दूध से ही पैसे कमा सकते थे किंतु अब गोबर बेचकर भी अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकेंगे।
  • हालांकि प्रति किलो गोबर की कीमत ₹2 सरकार द्वारा निर्धारित की गई है।
  • इस योजना के कारण किसान और पशुपालक अपनी मेंटेनेंस कॉस्ट को कम करने में कामयाब साबित हो सकेंगे।
  • सरकार किसानों और पशुपालकों से जितने भी मात्रा में गोबर की खरीदी करेगी उसको स्टोर करके उसके पश्चात उससे जैविक खाद बनाने में उपयोग करेगी।
  • इसकी वजह से किसानो और अन्य लोगों में भी पशुपालन के व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित हो सकेगा।
  • हो सकता है कि Gobar Kharid Yojana के सफल संचालन के पश्चात इसी योजना के तहत गोमूत्र खरीदने की शुरुआत भी सरकार द्वारा की जाएं।

गोबर खरीद स्कीम के तहत पात्रता

  • इस योजना के तहत केवल हिमाचल प्रदेश के नागरिक ही लाभार्थी बन सकेंगे।
  • जो भी व्यक्ति पशुपालन का कार्य कर रहे हैं वह इस योजना के तहत पशुओं का गोबर बेच सकेंगे।
  • जो भी किसान भाई किसानी कार्य के साथ-साथ पशुपालन का व्यवसाय भी करते हैं वह भी इस योजना के लिए पात्र होंगे।

आवेदन हेतु जरूरी दस्तावेज

  • आवेदक का आधार कार्ड
  • स्थाई निवास प्रमाण पत्र
  • बैंक खाते की जानकारी
  • मोबाइल नंबर
  • राशन कार्ड की कॉपी

गोबर खरीद योजना में आवेदन कैसे करें? (How to Apply)

यदि आप किस और पशुपालक है और गोबर खरीद योजना के तहत सरकार को गोबर की बिक्री करना चाहते हैं तो आपको थोड़ा सा इंतजार करना होगा। क्योंकि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा जनवरी 2024 से इस योजना को शुरू किया जाएगा उसके पश्चात ही इस योजना में आवेदन से जुड़ी जानकारी सरकार द्वारा सार्वजनिक की जाएगी। तब तक के लिए आप हमसे व्हाट्सएप पर जुड़ सकते हैं ताकि जब भी इसी योजना से जुड़ी कोई भी नहीं जानकारी सरकार द्वारा साझा की जाए तो तुरंत ही हम आपको अपडेट कर सकें। अन्य योजनाओं के लिए आप इस वेबसाइट के होम पेज पर जा सकते हैं।

योजनाएं और भी बाकी है…

FAQs: Gobar Kharid Yojana HP 2024

हिमाचल प्रदेश में कितने रुपए में गोबर की खरीदी की जाती है?

₹2 प्रति किलो

गोबर खरीद योजना की शुरुआत कब होगी?

जनवरी 2024 के पहले सप्ताह से

हिमाचल प्रदेश गोबर खरीद योजना से क्या लाभ है?

किसान और पशुपालकों की आमदनी में वृद्धि होगी

Leave a Comment

Join whatsapp group Join Now
Join Telegram group Join Now